जयपुर में चार मंजिला जर्जर हवेली का भयानक हादसा: पिता-पुत्री की मौत, पांच गंभीर घायल
जयपुर, 5 सितम्बर 2025:
शहर के सुभाष चौक सर्किल के पीछे बाल भारती स्कूल के समीप शुक्रवार आधी रात को चार मंजिला जर्जर हवेली अचानक भरभराकर धराशायी हो गई। मलबे में दबे सात लोगों को रातभर चले रेस्क्यू ऑपरेशन के बाद बचाया गया, लेकिन इस दर्दनाक हादसे में एक पिता और उसकी छह वर्षीय बेटी की जान चली गई।
मलबे से निकाले गए समर्थक
हादसे में प्रभात (33) और उसकी मासूम बेटी पीहू (6) की मौत हुई। प्रभात की पत्नी सुनीता (25) समेत पांच गंभीर घायल व्यक्तियों को तत्काल SMS अस्पताल में भर्ती कराया गया है। घायल अन्य परिवारों में वासुदेव, उनकी पत्नी सुकन्या व दो बच्चे सोनू और ऋषि भी शामिल हैं।
प्रशासन व स्थानीय लोगों की पहल ने रोकी और तबाही
प्रशासन नेजयपुर में चार मंजिला जर्जर हवेली का भयानक हादसा: पिता-पुत्री की मौत, पांच गंभीर घायल
जयपुर, 5 सितम्बर 2025:
शहर के सुभाष चौक सर्किल के पीछे बाल भारती स्कूल के समीप शुक्रवार आधी रात को चार मंजिला जर्जर हवेली अचानक भरभराकर धराशायी हो गई। मलबे में दबे सात लोगों को रातभर चले रेस्क्यू ऑपरेशन के बाद बचाया गया, लेकिन इस दर्दनाक हादसे में एक पिता और उसकी छह वर्षीय बेटी की जान चली गई।
मलबे से निकाले गए
हादसे में प्रभात (33) और उसकी मासूम बेटी पीहू (6) की मौत हुई। प्रभात की पत्नी सुनीता (25) समेत पांच गंभीर घायल व्यक्तियों को तत्काल SMS अस्पताल में भर्ती कराया गया है। घायल अन्य परिवारों में वासुदेव, उनकी पत्नी सुकन्या व दो बच्चे सोनू और ऋषि भी शामिल हैं।
प्रशासन व स्थानीय लोगों की पहल ने रोकी और तबाही
प्रशासन ने घटना के बाद त्वरित बचाव कार्य शुरू किया और 12 लोगों को मलबे से सुरक्षित निकाला। कांग्रेस विधायक अमीन कागजी ने इस हादसे को नगर निगम प्रशासन की लापरवाही बताया और पिछले दिनों जर्जर इमारतों की पहचान व खाली कराने की मांग की थी।
बारिश व जर्जर हालत बनी आफत की वजह
स्थानीय निवासियों के अनुसार, लगातार बारिश के कारण हवेली की कमजोर दीवारें एवं छत टूट गईं, जो चूने की पुरानी बनी थी तथा लंबे समय से जर्जर हालत में थी।
जर्जर भवनों की सुरक्षा और रोकथाम जरूरी
यह हादसा शहर के उस हिस्से के लिए एक चेतावनी है जहां अनेक पुराने भवन अब भी सुरक्षा खतरे में हैं। गांव-शहर दूरदराज से आए प्रवासी परिवार यहां किराए पर रहते थे। घटना के बाद त्वरित बचाव कार्य शुरू किया और 12 लोगों को मलबे से सुरक्षित निकाला। कांग्रेस विधायक अमीन कागजी ने इस हादसे को नगर निगम प्रशासन की लापरवाही बताया और पिछले दिनों जर्जर इमारतों की पहचान व खाली कराने की मांग की थी।






