जयपुर, 9 सितंबर। जैसलमेर पुलिस ने अंतरराज्यीय ठग गैंग का भंडाफोड़ करते हुए बड़ी कामयाबी हासिल की है। पोकरण पुलिस ने सहारनपुर (उत्तर प्रदेश) की इस गैंग के तीन सदस्यों को गिरफ्तार किया है। उनके कब्जे से विभिन्न बैंकों के 216 एटीएम कार्ड बरामद हुए हैं। पूछताछ में आरोपियों ने स्वीकार किया है कि वे देशभर में हजारों ठगी की वारदातों को अंजाम दे चुके हैं।
मामला कैसे खुला
17 अगस्त 2024 को मगसिंह नामक व्यक्ति ने पोकरण थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई थी। उन्होंने बताया कि 10 अगस्त को पोकरण रेलवे स्टेशन के पास एसबीआई एटीएम से पैसे निकालते समय कुछ लोगों ने उनका पिन नंबर देख लिया और ‘मदद करने’ के बहाने उनका असली कार्ड बदल दिया। इसके बाद उनके खाते से करीब 1 लाख रुपये निकाल लिए गए।
पुलिस की कार्रवाई
एसपी अभिषेक शिवहरे के निर्देश पर एएसपी प्रवीण कुमार और सीओ भवानीसिंह के नेतृत्व में विशेष पुलिस टीमों का गठन किया गया। थानाधिकारी छतरसिंह और डीसीआरबी प्रभारी भीमराव सिंह के मार्गदर्शन में तकनीकी संसाधनों और गोपनीय आसूचना की मदद से आरोपियों का पता लगाया गया।
हजारों किलोमीटर पीछा करने के बाद पुलिस ने तीनों आरोपियों को उत्तर प्रदेश से दबोच लिया। गिरफ्तार आरोपियों में शामिल हैं:
अजय सैनी पुत्र जगपाल (28) निवासी बादशाहपुर, सहारनपुर
मोंटी पुत्र पहल सिंह (32) निवासी खुरलकी थाना देवबंद, सहारनपुर
परवेश पुत्र चतरू (43) निवासी मतोली थाना देवबंद, सहारनपुर
ठगी का तरीका
आरोपी दो-दो के ग्रुप में मोटरसाइकिल पर कई राज्यों में घूमते थे।
वे भीड़-भाड़ वाले एटीएम चुनते और मशीन को पहले से खराब कर देते।
जब ग्राहक पैसे निकालने में असफल हो जाता, तो वे मदद के बहाने उसका कार्ड हाथ में लेते।
असली कार्ड को बदलकर डुप्लीकेट कार्ड दे देते।
इसके बाद ग्राहक का असली एटीएम कार्ड और पिन इस्तेमाल कर खाते से पैसे निकालते।
राज्यों में सक्रिय
इस गैंग ने अब तक उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, पंजाब, राजस्थान और गुजरात में बड़ी संख्या में वारदातें की हैं। पुलिस ने आरोपियों को कोर्ट में पेश कर रिमांड पर लिया है। पूछताछ के बाद और भी कई मामलों के खुलासे की संभावना है।






