जयपुर, 9 सितंबर 2025। राजस्थान सरकार ने मातृत्व सुरक्षा में एक बड़ा और क्रांतिकारी कदम उठाया है। उपमुख्यमंत्री डॉ. प्रेमचंद बैरवा ने विधानसभा में घोषणा की कि “मा वाउचर योजना” के तहत गर्भवती महिलाओं को अब सरकारी अस्पतालों के अलावा निजी सोनोग्राफी केंद्रों पर भी निःशुल्क सोनोग्राफी जांच का लाभ मिलेगा।
प्रदेश में संचालित इस योजना के अंतर्गत दूसरी और तीसरी तिमाही में गर्भवती माताओं को जब सरकारी केंद्रों पर सोनोग्राफी की सुविधा उपलब्ध नहीं होती, तब QR कोड जनित वाउचर जारी किया जाता है। इस वाउचर के द्वारा महिलाएं 1,363 अधिकृत निजी सोनोग्राफी केंद्रों पर जाकर जांच करवा सकती हैं, जिसका भुगतान सरकार सीधे बैंक खाते में करती है।
डॉ. बैरवा ने बताया कि यह योजना मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा के द्वारा 17 सितंबर 2024 को पूरे राजस्थान में लागू की गई थी। वाउचर जारी होने के दिन से 30 दिनों के भीतर इसका उपयोग अनिवार्य है, लेकिन यदि किसी कारण वश महिला इसका उपयोग नहीं कर पाती है तो इस अवधि को 30 दिन और बढ़ाया जा सकता है।
विधानसभा सदन में उपमुख्यमंत्री ने विधानसभा क्षेत्र सोजत का उल्लेख करते हुए बताया कि यहां मा वाउचर योजना के अंतर्गत अब तक पांच निजी केंद्रों पर 583 सोनोग्राफी जांच कराई जा चुकी है, जबकि जिला चिकित्सालय सोजत में 1,804 महिलाओं की निःशुल्क सोनोग्राफी हो चुकी है।
उन्होंने स्पष्ट किया कि सरकारी स्तर पर अभी केवल जिला चिकित्सालय सोजत में ही सोनोग्राफी मशीन उपलब्ध है और अन्य सामुदायिक व प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों में यह सुविधा नहीं है। एमआरआई मशीन लगाने का प्रस्ताव फिलहाल विचाराधीन है।
इस योजना के लागू होने से राजस्थान में गर्भवती महिलाओं को बेहतर स्वास्थ्य सेवा मिलेगी, जिससे मातृत्व सुरक्षा बढ़ेगी और जच्चा-बच्चा दोनों की सेहत बेहतर होगी।
उपमुख्यमंत्री ने भरोसा दिलाया कि सरकार महिलाओं के स्वास्थ्य के लिए निरंतर नई योजनाएं और सुविधाएं लेकर आ रही है, ताकि हर गर्भवती महिला सुरक्षित और स्वस्थ रहे।






