जयपुर। सांगानेर विधानसभा से एक बड़ी चुनावी खबर सूत्रों के हवाले से सामने आ रही है। आगामी नगर निगम पार्षद चुनावों में इस बार टिकट वितरण का फॉर्मूला पूरी तरह पलटने वाला है। बताया जाता है कि सांगानेर—जिसके वर्तमान विधायक खुद मुख्यमंत्री हैं—में राजनीतिक दलों ने रणनीति बदलते हुए किसी भी वर्तमान पार्षद को टिकट देने की संभावना लगभग खत्म कर दी है। पार्टी की ओर से सभी वार्डों में पाँच-पाँच नए दावेदारों की सूची तैयार की जा रही है, जिसमें पुराने चेहरों का नाम लगभग गायब है।
सूत्रों का दावा है कि इन बदलावों की पड़ताल के लिए हर वार्ड में सर्वे टीम सक्रिय है। ये टीमें जनता के बीच जाकर फीडबैक जुटा रही हैं और प्रबल नए चेहरों की सूची तैयार कर रही हैं।
चुनावी समीकरणों में भूचाल
राजनीति के जानकार मानते हैं कि मुख्यमंत्री के क्षेत्र में हो रहे इस बदलाव से पूरे शहर के चुनावी समीकरण बदल जाएंगे। पार्टी नेतृत्व की योजना है कि सेवा, सक्रियता और लोकप्रियता के आधार पर ही टिकट का अंतिम वितरण हो। इस संदर्भ में मौजूदा पार्षद अब सर्वे की सूची में पिछड़ते नजर आ रहे हैं।
तेजी से फीडबैक और जनमत सर्वे
सूत्रीय जानकारी के अनुसार, सर्वे टीम अलग-अलग स्तर पर वार्डों में “फेस स्कैन” कर रही है। प्रत्याशी अपनी सियासी कुर्सी बचाने के लिए खुद को जनता की पसंद की सूची में लाने की कोशिश कर रहे हैं, लेकिन इस बार पुराने नेताओं के लिए टिकट की कतार कमजोर दिख रही है।
सांगानेर विधानसभा के पार्षद चुनावों में इस बार पुराने चेहरों की राजनीतिक सीट बेल्ट खुल गई है, अब नए उम्मीदवारों के लिए संभावनाएं खुल रही हैं।
सूत्रों के अनुसार— चुनावी ‘पोस्टर’ बदलने के लिए सर्वे टीम ने पूरी तैयारी कर ली है, अब नंबर नए चेहरों का!






