जयपुर, 7 सितंबर। राजस्थान में हाल ही हुई अतिवृष्टि से प्रभावित जिलों में आमजन को हुए नुकसान की गंभीरता को देखते हुए मुख्यमंत्री श्री भजनलाल शर्मा सोमवार को मुख्यमंत्री कार्यालय में सभी जिला प्रभारी मंत्रीगण एवं जिला प्रभारी सचिवगण के साथ उच्चस्तरीय समीक्षा बैठक करेंगे। इस बैठक में मुख्यमंत्री सीधे धरातल की स्थिति का फीडबैक लेंगे और प्रभावित जिलों की वर्तमान स्थिति का संपूर्ण आकलन कर राहत एवं पुनर्वास के लिए ठोस कार्ययोजना तय करेंगे।
जिला प्रभारी मंत्रियों एवं सचिवों के दौरे
मुख्यमंत्री के निर्देशानुसार पिछले तीन दिनों में सभी जिला प्रभारी मंत्री और सचिव अपने-अपने जिलों का दो दिवसीय दौरा कर चुके हैं। उन्होंने प्रभावित क्षेत्रों का निरीक्षण किया, स्थानीय लोगों से संवाद कर नुकसान की वास्तविक स्थिति का जायजा लिया और अपनी रिपोर्ट तैयार की। ये आंकड़े और जानकारी आगामी समीक्षा बैठक में मुख्यमंत्री के समक्ष प्रस्तुत की जाएगी।
राहत कार्यों को प्राथमिकता
प्रदेश सरकार ने यह सुनिश्चित किया है कि अतिवृष्टि से प्रभावित प्रत्येक नागरिक को तुरंत राहत मिले।
चिकित्सीय सुविधाओं के विस्तार और मजबूती पर विशेष ध्यान।
क्षतिग्रस्त भवनों और अवसंरचना की शीघ्र मरम्मत के लिए सक्रिय प्रयास।
किसानों की फसलों के नुकसान के संपूर्ण एवं पारदर्शी आकलन की प्रक्रिया।
मुआवजा और फसल बीमा के दावों की जल्द निपटान व्यवस्था।
समन्वित और जवाबदेह प्रशासन
मुख्यमंत्री ने सभी संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि वे समन्वित रूप से कार्य करते हुए नियमित रिपोर्टिंग करें, जिससे राज्य सरकार की राहत प्रक्रिया में तेजी और पारदर्शिता बनी रहे।
मुख्यमंत्री का सशक्त संदेश
श्री भजनलाल शर्मा ने कहा, “सरकार की प्राथमिक जिम्मेदारी है प्रदेश के हर नागरिक को इस संकट से शीघ्र उबारना। इस समय हम सबको एकजुट होकर काम करना होगा, ताकि प्रभावित परिवारों को यथासंभव जल्दी राहत पहुँचे।”






