झुंझुनूं जिले से एक गंभीर और चौंकाने वाला मामला सामने आया है, जहां प्रेम संबंध और पारिवारिक विवाद ने एक व्यक्ति को झूठे एनडीपीएस कानून के तहत फंसाने की साजिश रची गई। यह मामला रिश्तों की जटिलताओं और समाज में बने आरोप-प्रत्यारोप की एक मार्मिक कहानी पेश करता है।
बगड़ थाना क्षेत्र की संपति देवी और खुडाणा निवासी जितेंद्र सिंह उर्फ जीतू मीणा के बीच प्रेम प्रसंग चल रहा था। इस बात की जानकारी उनके देवर और ग्राम विकास अधिकारी मंगलचंद आला को मिली, जिन्होंने परिवार और अन्य रिश्तेदारों के सामने इस संबंध का विरोध किया। यह विरोध भाभी संपति देवी और उसके प्रेमी के लिए भारी पड़ गया।
संपति देवी ने अपने प्रेमी के साथ मिलकर अपने देवर मंगलचंद को झूठे एनडीपीएस केस में फंसाने की योजना बनाई। उन्होंने मंगलचंद की कार में 282.08 ग्राम अफीम छिपाई और उसे रंगे हाथ पकड़वाने की कोशिश की। लेकिन पुलिस और एजीटीएफ की सतर्कता ने उनकी साजिश को नाकाम कर दिया। अफीम सहित दोनों आरोपी पकड़े गए, और निर्दोष मंगलचंद को क्लीन चिट मिली।
एसपी बृजेश ज्योति उपाध्याय ने बताया कि मामले की गहराई से जांच चल रही है। उन्होंने कहा, “ऐसी साजिशें समाज और परिवार दोनों के लिए खतरनाक हैं। हम इस मामले में सभी दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करेंगे।”
यह मामला न केवल एक व्यक्तिगत झगड़े की कहानी है, बल्कि यह दर्शाता है कि किस तरह रिश्तों में दरारें और गलतफहमियां अपराध की पहचान बनी हैं।






