प्रतापगढ़। एंटी गैंगस्टर टास्क फोर्स (एजीटीएफ) पुलिस मुख्यालय की टीम ने प्रतापगढ़ जिले के थाना पीपलखूंट और डीएसटी के सहयोग से एक बड़ी कार्रवाई करते हुए एमडी ड्रग बनाने की अवैध फैक्ट्री का भंडाफोड़ किया है। इस सफलता में 25 हजार रुपये के इनामी मोस्ट वान्टेड आरोपी जमशेद उर्फ जम्मु लाला को गिरफ्तार किया गया है। मौके से 17.4 किलो एमडी पाउडर, 70 किलो से अधिक केमिकल पदार्थ तथा एमडी ड्रग बनाने में प्रयुक्त उपकरण बरामद किए गए हैं। बरामद मादक पदार्थों की अंतरराष्ट्रीय बाजार में कीमत लगभग 50 करोड़ रुपये आंकी गई है।
इस कार्रवाई का निर्देशन अतिरिक्त महानिदेशक (एडीजी) पुलिस अपराध दिनेश एमएन, उपमहानिरीक्षक (डीआईजी) पुलिस दीपक भार्गव और अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (एएसपी) आशा राम चौधरी एवं सिद्धांत शर्मा ने किया। वहीं, प्रतापगढ़ जिला एसपी बी. आदित्य ने इस संयुक्त टीम का नेतृत्व किया। एजीटीएफ की कई टीमें लगातार इनामी बदमाशों और तस्करों की पकड़ के लिए सूचना जुटा रही हैं, और यह कार्रवाई उसी की कड़ी है।
टीम को इनपुट हेड कांस्टेबल महावीर सिंह और कांस्टेबल नरेंद्र पाटीदार ने दिया था। उन्होंने आरोपी जमशेद उर्फ़ जम्मु लाला द्वारा टाण्डा बड़ा, सरहद बोरी मोजल क्षेत्र में एमडी ड्रग बनाने की सूचना प्राप्त कर छापा मारा। गिरफ्तार आरोपी जमशेद उर्फ जम्मु लाला पुत्र फकीरगुल पठान, निवासी देवल्दी थाना अरनोद है।
इससे पहले 16 दिसंबर 2024 को भी इसी गिरोह की एक अन्य फैक्ट्री से 40 करोड़ रुपये कीमत के एमडी और केमिकल जब्त किए गए थे। उस मामले में आरोपी फरार थे, जिनपर 25-25 हजार रुपये के इनाम घोषित थे।
आईएफएस अधिनियम की धारा 68एफ(1) के तहत पुलिस ने हाल ही में आरोपी द्वारा अवैध रूप से अर्जित की गई 1 करोड़ रुपये मूल्य की संपत्ति को भी फ्रीज किया है। उक्त संपत्ति मध्य प्रदेश के जावरा स्थित हुसैन टेकरी क्षेत्र में होटल/लॉज के रूप में दर्ज है।
इस संयुक्त कार्रवाई में एजीटीएफ और प्रतापगढ़ डीएसटी की कई टीमों के पुलिसकर्मियों ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है, जिनमें हेड कांस्टेबल महावीर सिंह, कांस्टेबल नरेंद्र पाटीदार, डीएसटी प्रभारी उपनिरीक्षक रविंद्र पाटीदार समेत अन्य पुलिस अधिकारी शामिल हैं।
इस तरह की कार्रवाईयों से मादक पदार्थ तस्करों के खिलाफ पुलिस की सख्ती और प्रतिबद्धता स्पष्ट होती है, जो क्षेत्र में सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत बनाती है।






