जयपुर, 12 सितंबर। राजस्थान के विभिन्न अदालतों में ब्लूटूथ के जरिए नकल कर नियुक्त दो कनिष्ठ लिपिकों को स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप (SOG) ने बुधवार को गिरफ्तार किया। ये दोनों आरोपी लगभग छह महीने से फरार चल रहे थे।
आरोपियों में हनुमानगढ़ के रावतसर निवासी सुनील बिश्नोई और नागौर के कुचेरा के निम्बड़ी चान्दावता निवासी रामप्रकाश जाट शामिल हैं। रामप्रकाश उदयपुर की पोक्सो कोर्ट क्रम संख्या एक में पदस्थापित था जबकि सुनील बिश्नोई जिला एवं सेशन कोर्ट हनुमानगढ़ में कार्यरत था।
जांच में सामने आया कि दोनों ने हाईकोर्ट एलडीसी परीक्षा-2022 में ब्लूटूथ के माध्यम से नकल कर परीक्षा पास की थी। रामप्रकाश ने 19 मार्च 2023 को नागौर के श्रीविजयन डी. सुरी जैन विद्यालय में, जबकि सुनील बिश्नोई ने 12 मार्च 2023 को हनुमानगढ़ के नेहरू मेमोरियल चिल्ड्रन स्कूल में परीक्षा दी थी।
पुलिस जांच के अनुसार, ये दोनों नकल गिरोह के सरगना पोरव कालेर की मदद से नकल करते थे, जो सालासर में कई परीक्षा केंद्रों पर बैठा छात्रों को नकल कराता था। अब तक इस गिरोह के 11 आरोपी, जिनमें 9 परीक्षा में नकल कर नौकरी पाने वाले भी शामिल हैं, गिरफ्तार हो चुके हैं।
राजस्थान पुलिस की यह कार्रवाई शिक्षा क्षेत्र में ईमानदारी और न्यायसंगत भर्ती प्रक्रिया को सुनिश्चित करने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम मानी जा रही है।






