जयपुर के करधनी थाना इलाके में पुलिस ने एक सनसनीखेज मामले का खुलासा कर रातों-रात दहशत फैलाने वाले गिरोह को पकड़ लिया है। यह गिरोह रात में सुनसान जगह से गुजरते राहगीरों का अपहरण कर उनसे मारपीट करता, कपड़े उतरवाकर वीडियो बनाता और फिर वायरल करने की धमकी देकर लूटपाट करता था।
वारदात जिसने दहला दिया
9 सितंबर की रात हाथोज पीथावास में युवक मनीष सिंह पंवार के साथ इस गिरोह ने ऐसा ही कारनामा किया। युवक को कार में डालकर ले जाया गया, सरिए से पीटा गया, फिर कपड़े उतरवाकर वीडियो बनाया गया। इसके बाद उसके पास मौजूद 6500 रुपये नकद और मोबाइल भी छीन लिया गया।
पुलिस एक्शन प्लान
शिकायत मिलते ही एडीसीपी आलोक सिंघल और एसीपी सुरेंद्र सिंह राणावत के सुपरविजन में करधनी थाने के थानाधिकारी सवाई सिंह ने विशेष टीम बनाई। टीम ने सीसीटीवी फुटेज खंगाले, संदिग्धों की पहचान कराई और मुखबिरों से मिले सुराग पर तेजी से कार्रवाई की।
हथकड़ी में बदमाश
13 सितंबर को टीम ने दो शातिर बदमाशों को गिरफ्तार किया —
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विष्णु हरिजन उर्फ तिमोली (19 वर्ष)
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निकेश वर्मा (21 वर्ष)
साथ ही घटना में शामिल दो नाबालिगों को 14 सितंबर को निरुद्ध कर लिया गया।
गिरोह का क्राइम पैटर्न
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सुनसान सड़कों पर राहगीरों को रोककर कार में डालना
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लोहा-सरिए से मारपीट करना
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कपड़े उतरवाकर वीडियो बनाना
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वायरल की धमकी और रिपोर्ट न करने का दबाव
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नगद व ऑनलाइन दोनों तरीकों से वसूली करना
पुलिस टीम के हीरो
इस खुलासे में थानाधिकारी सवाई सिंह, उपनिरीक्षक चन्द्रमान सिंह, हेडकांस्टेबल अमित सिंह, अजेन्द्र सिंह और कॉन्स्टेबल बाबूलाल, गजानन्द व रामसिंह की मेहनत सराहनीय रही।
जयपुर पुलिस का स्पष्ट संदेश
डीसीपी हनुमान प्रसाद के अनुसार, शहर में कानून तोड़ने वालों के लिए कोई जगह नहीं है। अपराध कितना भी शातिर क्यों न हो, पुलिस अपनी रणनीति और सटीक कार्रवाई से उन्हें पकड़ कर न्याय दिलाएगी।






