अलवर में साइबर संग्राम: ठगों के साम्राज्य पर पुलिस की बड़ी वार
थार गाड़ी, नकदी और हिस्ट्रीशीटर – अलवर पुलिस का सबसे बड़ा साइबर क्रैकडाउन
अलवर पुलिस ने ऑपरेशन साइबर संग्राम के तहत ऐसा धमाका किया है जिसने पूरे ठगी नेटवर्क की जड़ें हिला दीं। साइबर ठगों के सिंडिकेट को तोड़ते हुए पुलिस ने तीन अपराधियों को दबोच लिया, जिनमें दो कुख्यात हिस्ट्रीशीटर शामिल हैं। इस कार्रवाई में पुलिस ने 1 लाख 58 हजार रुपये नकद, तीन मोबाइल फोन और एक लग्जरी थार गाड़ी बरामद की है। इस गिरोह का मास्टरमाइंड बरकत अली पहले ही 4 सितंबर को सलाखों के पीछे पहुंच चुका है।
बेखौफ होकर ऑनलाइन ठगी, सेक्सटॉर्शन और ओएलएक्स फ्रॉड जैसे मामलों में लिप्त यह गिरोह पुलिस की निगरानी में लंबे समय से था। पुलिस अधीक्षक सुधीर चौधरी की सख्त मॉनिटरिंग में ऑपरेशन को अंजाम दिया गया, जहां अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक कांबले शरण गोपीनाथ (IPS) और वृत्ताधिकारी उत्तर शहर अंगद शर्मा की देखरेख में टीम ने गिरोह का जाल तोड़ा।
कार्रवाई के दौरान हिस्ट्रीशीटर आलीम खान (23) और साजिद खान उर्फ टर्बो (24) के साथ आरोपी जावेद खान (27) को पकड़ा गया। ये सभी अलवर जिले के रहने वाले हैं और साइबर फ्रॉड के जरिए देशभर के लोगों को निशाना बना रहे थे।
इस सफलता का श्रेय वैशाली नगर थाने के थानाधिकारी गुरुदत्त सैनी और उनकी टीम, साथ ही जिला स्पेशल टीम (डीएसटी) को जाता है। एएसआई कासम खान, हेड कॉन्स्टेबल जान मोहम्मद, और कांस्टेबल नवीन, बुद्व राम, कान्हा राम, हरिओम, दीन मोहम्मद, समुन्द्र और संदीप ने इस हाई-प्रोफाइल ऑपरेशन को कामयाबी दिलाई।
अलवर पुलिस का कहना है कि साइबर अपराधियों के खिलाफ यह जंग अभी जारी है, और आने वाले दिनों में और भी गिरोह पुलिस के शिकंजे में आएंगे।






