जयपुर. राजस्थान पुलिस ने हाल ही में एक भयानक धोखाधड़ी का पर्दाफाश किया है, जिसमें अभ्यर्थी ने अपने दोस्त के नाम पर Pre D.El.Ed. परीक्षा दी। पुलिस ने बायोमेट्रिक चेक और AI तकनीक की मदद से इस फर्जीवाड़े का भंडाफोड़ किया। समुन्द्र सिंह नाम के आरोपी को जयपुर पुलिस ने गिरफ्त में लिया, जिसने पूर्व में अपने दोस्त विकास के नाम से परीक्षा दे कर धोखा दिया था। यह घटना राजस्थान पुलिस की मजबूत निगरानी और तकनीकी प्रगति की मिसाल बन गई है।
पुलिस आयुक्त जयपुर बीजू जॉर्ज जोसेफ और अतिरिक्त पुलिस आयुक्त मनीष अग्रवाल के निर्देश पर टीम गठित की गई, जो लगातार डमी अभ्यर्थियों और अन्य फर्जीवाड़ों पर कार्रवाई कर रही है। इस केस में FIR दर्ज कर सख्त कार्रवाई शुरू कर दी गई है। पुलिस की इस कार्रवाई से परीक्षाओं में पारदर्शिता बढ़ेगी और धोखाधड़ी पर लगाम लगेगी।
यह खबर पूरे राजस्थान में चर्चा का विषय बनी हुई है, जहां तकनीक और कानून के दम पर परीक्षा व्यवस्था में सुधर की उम्मीद जग रही है। आने वाले समय में ऐसी घटनाओं पर और भी कड़ी नजर रखी जाएगी ताकि शिक्षा प्रणाली को भ्रष्टाचार मुक्त बनाया जा सके।






