जयपुर। जयपुर ग्रेटर की माननीय महापौर डॉ. सौम्या गुर्जर जी के कर कमलों से भगवान श्री झूलेलाल असुचण्ड महोत्सव-2025 का पोस्टर बुधवार को भव्य अंदाज में विमोचित किया गया। इस शुभ अवसर पर समिति के अध्यक्ष श्री शंकर दुलानी, कोषाध्यक्ष श्री काली मामा एवं कार्यक्रम सहसंयोजक श्री जयप्रकाश बूलचंदानी खास तौर पर उपस्थित रहे।
महापौर डॉ. सौम्या गुर्जर ने कहा कि असुचण्ड महोत्सव केवल एक धार्मिक आयोजन नहीं है, बल्कि यह जयपुर की सांस्कृतिक विविधता और सामाजिक एकता का प्रतीक है। भगवान झूलेलाल जी की भक्ति सभी के लिए प्रेरणा का स्रोत है, और इस महोत्सव के माध्यम से सिंधी समाज अपनी परंपराओं को सहेजते हुए सामाजिक सौहार्द को बढ़ावा दे रहा है। उन्होंने सभी समुदायों और युवा वर्ग से अपील की कि वे इस महोत्सव में भाग लेकर अपनी सांस्कृतिक विरासत को और भी मजबूत बनाएं।
महोत्सव का आयोजन मंगलवार, 23 सितम्बर 2025 को मानसरोवर के बाबा रामदेव मंदिर पार्क, सेक्टर-11, जोन-115 में किया जाएगा। आयोजन के अंतर्गत प्रातः 9:15 बजे ज्योति प्रज्जवलन, 10:15 बजे झण्डारोहण से कार्यक्रम की शुरूआत होगी। शाम 5:30 बजे सत्संग का आयोजन होगा, जहां साईं गुलराज उदासी, मालवीय नगर द्वारा अश्क भर देने वाली प्रस्तुतियां दी जाएंगी। शाम 7:15 बजे महाआरती एवं 7:30 बजे विशेष सांस्कृतिक झांकी का आयोजन जय माता दी किशोर एंड पार्टी द्वारा किया जाएगा। रात्रि 8:30 से 11:00 बजे सत्संग एवं सिंधी चुटकुलों की प्रस्तुति भगत परमानन्द प्यासी, पालनपुर वाले के नेतृत्व में होगी। कार्यक्रम का समापन भव्य भण्डारे के साथ होगा, जिसमें हजारों श्रद्धालु प्रसादी ग्रहण करेंगे।
कार्यक्रम के दौरान Bharat Bulletin Network की ओर से आकर्षक लक्की ड्रा का आयोजन होगा, जिसमें कलर LED टीवी, वॉशिंग मशीन, कूलर, प्रेस आदि पुरस्कार प्रदान किए जाएंगे। साथ ही बच्चों के लिए प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता भी आयोजित की जाएगी, जिसमें विजेताओं को विशेष इनाम मिलेंगे। सभी कूपन नि:शुल्क मेला स्थल पर वितरित किए जाएंगे।
समिति अध्यक्ष श्री शंकर दुलानी ने महापौर जी के समर्थन और उत्साहवर्धन के लिए धन्यवाद देते हुए कहा कि इस आयोजन को सफल बनाने में महापौर का समर्थन और नगर निगम ग्रेटर की सहभागिता अतिआवश्यक है। मुख्य संयोजक एडवोकेट विजय मामनाणी, कोषाध्यक्ष काली मामा एवं सहसंयोजक जयप्रकाश बूलचंदानी समेत समिति के अन्य सदस्यों ने भी इसकी महत्ता को रेखांकित किया।
यह महोत्सव भगवान झूलेलाल की भक्ति, सांस्कृतिक परंपराओं और समुदाय की एकता का उत्कृष्ट उदाहरण माना जाता है। ऐसे आयोजन नगर समाज की सांस्कृतिक समृद्धि और सामाजिक सद्भावना को प्रोत्साहित करते हैं।






