राजस्थान के डीग जिला मुख्यालय पर शुक्रवार को भ्रष्टाचार के खिलाफ अब तक की सबसे बड़ी कार्रवाई देखने को मिली। एसीबी (Anti-Corruption Bureau) ने ट्रैप ऑपरेशन में डीग के SDM देवी सिंह और उनके रीडर मुकेश कुमार को पूरे 80,000 रुपये की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ धर दबोचा। यह पूरा मामला एक विवादित जमीन के रिसीवर आदेश के बदले रिश्वत मांगने का है, जिसने प्रशासनिक महकमे में हड़कंप मचा दी है।
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सूत्रों के अनुसार, शिकायतकर्ता ने एसीबी को लिखित शिकायत दी थी कि डीग SDM ऑफिस के रीडर ने सीधे तौर पर एक लाख से ज्यादा की घूस मांगी थी। डीग के प्रशासनिक कार्यालय में रिश्वत में रियायत इसलिए मिली क्योंकि शिकायतकर्ता ने मिन्नत की थी, जिसके बाद बात ₹80,000 पर तय हुई।
एसीबी की हाई-प्रोफाइल टीम ने मुख्यालय के निर्देश पर गुप्त रूप से सत्यापन किया, जिसमें पुष्टि हुई कि रिश्वत की मांग SDM देवी सिंह के कहने पर ही की गई थी। शुक्रवार को ऑपरेशन के दौरान जैसे ही रीडर ने शिकायतकर्ता से रुपए लिए, एसीबी टीम ने धावा बोलते हुए मुकेश कुमार को बैग समेत रंगे हाथ पकड़ लिया। मौके पर ही SDM देवी सिंह को भी गिरफ्तार कर लिया गया।
इस सनसनीखेज कार्रवाई में एसीबी की टीम ने कड़ी चौकसी बरतते हुए सारा पैसा मौके पर ही बरामद कर लिया। एसीबी के अतिरिक्त महानिदेशक पुलिस स्मिता श्रीवास्तव के निर्देशन में रेंज के DIG राजेश सिंह और ASP ज्ञान सिंह चौधरी ने किसी फिल्मी अंदाज में मौके पर पहुंच कर पूरा तंत्र ध्वस्त किया।
जांच एजेंसियों के अनुसार, आरोपियों से पूछताछ और आगे की कार्रवाई चल रही है। भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत मामला दर्ज कर SDM व रीडर को हिरासत में लिया गया है।
अब फोकस इस बात पर है कि आखिर सरकारी आदेशों के बदले किस हद तक घूसखोरी फैल चुकी है और डीग जैसे छोटे शहरों में भी अधिकारी इस तरह खुल्लम-खुल्ला गंदा खेल खेल रहे हैं!






